हिंदी कहानियां
हमें भगवान के दिए इन उपहारों का सम्मान करना चाहिए और जितना है उतने में ही खुश रहना चाहिए।”
दुर्गहिन् राजा और दंतहिन् राजा और मदहिन् हाथी की तरह कमजोर हो जाता हैं.
अचानक मनीषा का एक हाथ छुट गया और पानी के साथ बहने लगा. शीला घबराई उसने तुरंत अपना बस्ता अपने साथी को थमाया और तेजी से तैरने लगी.
वह प्रत्येक दिन वन्य जीवों को मारा करता था, वन के सभी जीव जन्तु उससे परेशान थे.
तब वह बोला- भासुरक कौन हैं ? क्या उसे ज्ञात नही कि यह जंगल तो मेरा हैं ?
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बहुत पुरानी बात है, उन दिनों आज की तरह स्कूल नही होते थें.
बच्चों को मोरल शिक्षा देने वाली इन कहानियों से बहुत कुछ सबक सीखने को मिलेगा. उम्मीद करते है आपको ये आर्टिकल पसंद आएगा.
कुछ दिन बाद एक दिन प्रातकाल इस मंत्रीराजा ने दोनों राजाओं, जमीदार तथा सेठ सभी को अपने यहाँ आमंत्रित किया.
दोनों जब भोजन से निवृत हुए तो काफी शांत थे. उन्होंने महात्मा जी के चरणों में विनती की- महाराज !
आप सबको धन्यवाद "ये उन दिनों की बात है " को इतना प्यार देने के लिए ये स्टोरी भी यहीं है सिर्फ नाम बदला है मस्ती वहीं है और कैरेक्टर भी वहीं.
कि उसकी माँ ने यह देख लिया और उसे समझाने लगी. उमा तुम यह क्या कर रही हो, कोई काम कर रहा हो तो उसकी मदद करनी चाहिए, इंसान होकर हमें जीव जन्तुओं को कष्ट पहुचाने की बजाय उनकी मदद करनी चाहिए.
महात्मा जी ने लोहा गर्म देखकर चोट की और उन्हें समझाते हुए कहा- तनिक विचार करो कि जिस भूमि के लिए तुम लोग आपस में लड़ रहे हो,
फरहाद एक हैंडसम सा लड़का गोरा रंग पे चेरी रेड कलर का शर्ट उसकी स्लीव्स फोल्ड हैं।सीधे हाथ में कई सारे ब्रेसलेट और दूसरे हाथ में घडी ।। फरहाद एक ऐसा स्टाइलिश लड़का हे जिसे देख कर हर इंसान यही कहता है।एक ...